मध्य प्रदेश के विभिन्न संगठनों द्वारा की दो दिवसीय बैठक संपन्न


भोपाल -एनआईटीटीटीआर के मणी सभाग्रह में आज के इस विभिन्न सत्रों में डाॅ. राम पुनियानी, योगेश दिवान, दीपक भट्ट ने भी अपनी बात रखी। धर्म निरपेक्षता की चुनौती और सांप्रदायिकता विषय के सत्र की अध्यक्षता एनआईटीटीटीआर के डायरेक्टर डाॅ. विजय अग्रवाल ने की। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिकता को रोकना धर्मनिरपेक्षता कायम रखने के लिए अत्यंत जरूरी है। दूसरे सत्र का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश में पंत निरपेक्षता के लिए काम करने वाले सभी संगठनों को एक साझा कार्यक्रम के तहत जोड़ना है।

पूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मान दाहिमा ने दलित समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर किए गए विचार विमर्श की अध्यक्षता की। उन्होंने दलित समाज के लिए काम करने वाले सभी संगठनों से आव्हान किया कि हमें अपने अधिकारों के लिए एकजूट होकर लड़ना होगा। राष्ट्रीय सेक्युलर मंच की मध्यप्रदेश ईकाई के संयोजक एल.एस. हरदेनिया ने कहा कि राष्ट्रीय सेक्युलर मंच मध्यप्रदेश में महिला, दलित और अल्पसंख्यकांे के लिए काम करने वाले विभिन्न संगठनों को साथ मिलकर उनके संवैधानिक अधिकारों के लिए तीव्रता से काम करना होगा।

सांप्रदायिक हिंसा रोकने वाले कानून लागू करने के लिए प्रदेश भर में अभियान चलाएंगे। वर्ष 2004 से केन्द्र सरकार इस विधेयक को लाने की बात कह रही है लेकिन अभी तक विधेयक नहीं लाया गया।

सेक्युलर विचारधारा पर विश्वास करने वाले सभी राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाएंगे। सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ने का उद्देश्य सभी का है।

महिलाओं पर हो रहे विभिन्न प्रकार के अत्याचारों पर किए गए विचार विमर्श की अध्यक्षता डाॅ. नुसरत बानो रूबी ने की। जिसमें संध्या शैली सहित कई महिला संगठनों के प्रतिनिधियों ने महिलाओं से जुड़े मुद्दे रखें।

अल्पसंख्यक, दलित और महिलाआंे से जुड़ी समस्याआंे का निवारण करने के लिए एक हेल्प लाइन बनाई जाएगी। इसके द्वारा उन्हें मदद पहुंचाने का कार्य करेंगे। इन कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए भोपाल में एक कोर ग्रुप का गठन करेंगे जो इन कार्यक्रमों का संचालन करेंगे।

इस सम्मेलन में प्रदेष में धर्मनिरपेक्षता को कायम रखने एवं संविधान में विष्वास करने वाले प्रदेश के 40 के लगभग संगठन शामिल थे जिनमें भारत ज्ञान विज्ञान समिति, पीपुल्स रिसर्च सोसायटी, जनवादी महिला अधिकार समिति, एनएफआईडबल्यू, महिला अधिकार संदर्भ केंद्र, भारतीय मुस्लिम महिला अंादोलन, इंस्टीट्यूट फार मायोनारिटी वीमेनस, कोआर्डिनेषन कमेटी फार इंडियन मुस्लिम, युवा संवाद, नागरिक अधिकार मंच, मध्यप्रदेष लोकसंघर्ष साझा मंच, प्रगतिषील लेखक संघ, जनपहल, बाल अधिकार संदर्भ केंद्र, बीड़ी मजदूर संगठन, एसोसियेषन आफ इंडियन मुस्लिम, हारमोनी फाउंडेषन, ईसाई महासंघ, मूल निवासी स्वाभिमान संघर्ष मोर्चा, गरिमा अभिमान, पीपुल्स यूनियन फार सिविल लिबट्री, प्रणवानंद पत्रकारिता ट्रस्ट, हयूमन राइट ला नेटवर्क आदि शामिल हैं।

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